2018 Raksha bandhan poems in hindi for sisters | short poems on raksha bandhan in hindi
Raksha Bandhan Poems for sister and brother
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रक्षा बंधन का ये है डोर, पवित्र, पावन और बेजोड़!
ये ऐसा त्यौहार अनोखा,
जैसे सावन का पहला झोंका|
जैसे सावन का पहला झोंका|
दुआ बहन की और मिठाई,
सजती है भाई की कलाई|
सजती है भाई की कलाई|
लम्बी दूरी करती सहन,
निकले राखी लेकर के बहन|
निकले राखी लेकर के बहन|
इस दिन बहना बांधे राखी,
भाई की उम्र हो लम्बी ताकी|
भाई की उम्र हो लम्बी ताकी|
इस दिन लेते है भाई शपथ,
हो बहन की रक्षा शत प्रतिशत|
हो बहन की रक्षा शत प्रतिशत|
आओ जाने इसकी कहानी,
जो बहुत निराली बहुत पुरानी|
जो बहुत निराली बहुत पुरानी|
द्रोपती पर जब विपदा आई,
सामने उसके खड़ा कसाई|
सामने उसके खड़ा कसाई|
एक ही बस आवाज लगाई,
आ पहुचे श्री कृष्णा भाई|
आ पहुचे श्री कृष्णा भाई|
यूँ त्योहारों से साल सजा है,
रक्षाबंधन का अपना मजा है|
रक्षाबंधन का अपना मजा है|
रक्षा बंधन का ये है डोर, पवित्र, पावन और बेजोड़!
Best poem on Raksha Bandhan in hindi for brother
मुझे उम्मीद है कि ऊपर दी गई Raksha Bnadhan Hindi Poem आपको पसंद आई होगी.
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तो चलिए अब हम अपनी दूसरी Rakhi Poems पढ़ना शुरू करते है:-
आया राखी का त्यौहार,
सुबह-सुबह होकर तैयार,
अंजुल मंजुल दोनों बहनें,
अच्छे-अच्छे कपड़ें पहेने!
सुबह-सुबह होकर तैयार,
अंजुल मंजुल दोनों बहनें,
अच्छे-अच्छे कपड़ें पहेने!
अंजुल मंजुल दोनों बहनें,
लेकर राखी और मिठाई,
जाती है भैया के पास,
मन में प्यार भरी है आस!
लेकर राखी और मिठाई,
जाती है भैया के पास,
मन में प्यार भरी है आस!
भैया झुक टीका लगवाता,
बहिनों से राखी बंधवाता,
अंजुल कहती लिए मिठाई,
लो. मूह मीठा कर लो भाई!
बहिनों से राखी बंधवाता,
अंजुल कहती लिए मिठाई,
लो. मूह मीठा कर लो भाई!
भैया हंसकर बरफी खाता,
बहिनों को है गले लगाता,
करता उनको जी भर प्यार,
देता है सुंदर उपहार
बहिनों को है गले लगाता,
करता उनको जी भर प्यार,
देता है सुंदर उपहार
Very short poems on Rakhi for sister
Raksha Bandhan Poems की यह हमारी आखिरी कविता है| उम्मीद करता हूँ कि बाकि पोएम की तरह आपको यह पोएम भी पसंद आएगी. आईये पढ़ना शुरू करे!
कैसी भी हो एक बहन होनी चाहिये…
बड़ी हो तो माँ-बाप से बचाने वाली…
छोटी हो तो हमारे पीठ पीछे छुपने वाली…
छोटी हो तो हमारे पीठ पीछे छुपने वाली…
बड़ी हो तो चुपचाप हमारे पॉकेट में पैसे रखने वाली…
छोटी हो तो चुपचाप पैसे निकाल लेने वाली…
छोटी हो तो चुपचाप पैसे निकाल लेने वाली…
छोटी हो या बड़ी छोटी-छोटी बातों पे
लड़ने वाली एक बहन होनी चाहिये…
लड़ने वाली एक बहन होनी चाहिये…
खुद से ज्यादा हमे प्यार करने वाली
एक बहन होनी चाहिये…
एक बहन होनी चाहिये…
|| रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं ||
आपको Raksha Bandhan Best Poems कैसी लगी हमको कमेंट के माध्यम से जरुर बताये और इस आर्टिकल को जितना हो सके फेसबुक, ट्विटर, गूगल+ और व्हाट्सएप्प पर शेयर जरुर करें. आप सभी दोस्तों को रक्षाबंधन की ढेरों शुभकामनायें!😄
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